राजकीय महाविद्यालय, अहड़वाला बिलासपुर में इतिहास विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के संयुक्त तत्वाधान में पराक्रम दिवस का हुआ आयोजन
बिलासपुर सरदारी लाल प्रदेश एजेण्डा न्यूज
राजकीय महाविद्यालय, अहड़वाला बिलासपुर में इतिहास विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के संयुक्त तत्वाधान में पराक्रम दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ रमेश धारीवाल रहे। सर्वप्रथम डॉ मनीषा ने महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सर्वजीत कौर का स्वागत किया। तत्पश्चात प्राचार्या डॉ सर्वजीत कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को कलकता के एक संपन्न परिवार में हुआ। वह बहुत ही साहसी और पराक्रमी थे। उन्हें राष्ट्र से बहुत ही ज्यादा प्रेम था। इनके पश्चात आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ रमेश धारीवाल ने विद्यार्थियों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती की बधाई दी और फिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म, शिक्षा और जीवन से संबंधित विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि नेताजी पढ़ाई में बहुत ही होशियार थे। उन्होंने आईसीएस की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली लेकिन देश प्रेम के कारण उन्होंने इस नौकरी का त्याग कर दिया और भारत की आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। उन्होंने कहा कि नेता जी ने युवाओं और जनता को देश से जोड़ा उन्होंने आजाद हिंद फौज नाम की सेना तैयार की जिसमें महिलाओं का भी एक विंग था। उन्होंने भारतीयों को एक नारा दिया ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पराक्रम का इस प्रकार वर्णन किया कि विद्यार्थी जोश से भर उठे। इनके पश्चात उपप्राचार्य डॉ सुनील तनेजा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस त्याग और देश प्रेम की मिसाल हैं। संपन्न परिवार में होने के बावजूद भी उन्होंने कभी अपने आराम की चिन्ता नहीं की बल्कि सारा जीवन ही उन्होंने भारत की स्वतंत्रता रूपी यज्ञ में आहुति के रूप में लगा दिया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित भरपूर जानकारी प्राप्त करते हुए जोश और गर्व का अनुभव किया। इस अवसर पर मंच का संचालन डॉ मनीषा ने सुचारू रूप से किया। महाविद्यालय के सभी विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर डॉ रमेश धारीवाल, आरती अरोड़ा, डॉ मनीषा, अमित कुमार, डॉ ममता मग्गो मौजूद रहे।