कोयले के आरोपों से पार पाना मुश्किल हो रहा भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल को
कुरुक्षेत्र रविंद्र चौहान प्रदेश एजेण्डा न्यूज़
कांग्रेस से भाजपा में आए प्रत्याशी नवीन जिंदल मुश्किल में फंसे नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में जब वह थे,तब भाजपा ने उन पर कोयले से जुड़े कई तरह के आरोप लगाए थे। अब जबकि वह स्वयं भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं,लेकिन एक बार फिर से इन आरोपों का जिन्न उनके पीछे लगा हुआ है। इससे वह चाह कर भी बच नहीं पा रहे हैं। मतदाता भी उन्हें इस मसले पर घेर रहे हैं। जिंदल के पास इस तरह के आरोपों का कोई जवाब नहीं है।
सिर्फ सत्ता सुख चाहते हैं जिंदल कुरुक्षेत्र लोकसभा के मतदाताओं का कहना है कि नवीन जिंदल ने जब कांग्रेस के टिकट पर अचानक ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया था,तब से लेकर भाजपा के टिकट मिलने तक वह क्षेत्र में आए ही नहीं। अब जब उन्हें टिकट मिल गया वह अब मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि नेता को तो जनता के बीच में हर वक्त रहना चाहिए। लेकिन नवीन जिंदल के पास तो समय ही नहीं है। ऐसा लगता है कि वह सत्ता सुख भोगने के लिए कुरूक्षेत्र आते हैं।
भाजपा के टिकट पर कमजोर उम्मीदवार साबित हो रहे जिंदल क्षेत्र के लोगों का यह भी कहना है कि नवीन जिंदल यदि कांग्रेस के टिकट पर आते तो यहां मजबूत उम्मीदवार होते। पर अब क्योंकि वह भाजपा के टिकट पर है,इसलिए उनकी स्थिति खासी कमजोर है। भाजपा का ग्राफ दिन प्रतिदिन नीचे गिरता जा रहा है। यूं भी नवीन जिंदल ने यहां से सांसद बन कर कोई ऐसा बड़ा काम नहीं किया,जिससे वह मतदाताओं को अपने साथ जोड़ सके।
भाजपा में शामिल होने का भी हो रहा विरोध कांग्रेस में उनके पास अच्छी टीम थी,लेकिन भाजपा में वह अकेले पड़े हुए हैं। उनकी टीम कांग्रेस में ही रह गई है। लोगों को इस बात को लेकर गुस्सा है कि अपने फायदे के लिए उन्होंने भाजपा ज्वाइन की है। किसान आंदोलन की वजह से कुरूक्षेत्र के सिख व जाट वोटर भाजपा से नाराज है। कैथल और शाहाबाद समेत यमुनानगर के रादौर में भी जिंदल का विरोध हो रहा है।